ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में, ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में,
यूँ तड़पे हैं सनम तेरी याद में जैसे सावन में जले हैं आग में, यूँ तड़पे हैं सनम तेरी याद में जैसे सावन में जले हैं आग में,
लगता है दिल के किसी कोने में घर है उनका। लगता है दिल के किसी कोने में घर है उनका।
रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं, गुड रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं...
बर्फ़ सी ढकी हुई पहाड़ियां, दिल की मिटाती है वो तन्हाइयां दिल में चल जाता है किसी का ती बर्फ़ सी ढकी हुई पहाड़ियां, दिल की मिटाती है वो तन्हाइयां दिल में चल जाता है...
सोची लिखने की आज फिर शुरुआत करूँ जंग पड़ी लेखनी को कोई सौगात दूँ, तो याद आ गई मुझ सोची लिखने की आज फिर शुरुआत करूँ जंग पड़ी लेखनी को कोई सौगात दूँ, तो...